अगर आप फूलगोभी की खेती करने की सोच रहे हैं और वो भी अगेती फूलगोभी तो आपके सामने सबसे बड़ी चुनौती फूलगोभी का बीज चुनने की होती है तो इसी लिए आज हम फूलगोभी की कुछ अगेती उन्नत किस्मों को लेकर आए हैं.
फूलगोभी की बहुत अगेती किस्में कुंवारी 327, कुंवारी 351 और 234 एस किस्में हैं ये किस्में सबसे पहले तैयार होकर बाजार आ जाती हैं और इसके बाद आती हैं फूलगोभी की अगेती किस्में जिनमें प्रमुख किस्में पूसा कार्तिकी, पूसा दीपाली, 75-1C, 75-2C, 75-4C, पंत गोभी 4, हेमंतिका, भारत ज्योति, अर्ली व्हाइट क्वीन, भारत मुकुट, जवाहर मोती, अर्ली बनारस, आदि किस्में प्रमुख हैं.
इन किस्मों में से कुछ विशेष किस्मों के बारे में आगे विस्तृत जानकारी दी गई है.
234 एस
यह फूलगोभी की बहुत अगेती किस्मों में आती है इस किस्म को बोने का उचित समय 1 जून से 15 जून तक है इसका पौधा मध्यम आकार का होता है और फूल ठोस, सफेद और मध्यम आकार का होता है यह किस्म बीज बोने से फूल बनने तक केवल 90 से 100 दिनों का समय लेती है.
पूसा कार्तिकी
यह फूलगोभी की अगेती किस्म है इसको बोने का सही समय 15 जून से 15 जुलाई तक रहता है इसके फूल अक्टूबर से नवंबर में मिलने लगते हैं इसके फूल ठोस, छोटे और सफेद रंग के होते हैं इस किस्म के फूल बनने तक लगभग 100 से 120 दिनों का समय लगता है.
पतंगोभी 4
यह भी फूलगोभी की अगेती किस्म है इसका फूल भी सफेद होता है यह किस्म लगभग 110 दिनों में तैयार होती है इसकी उपज 150 क्विंटल प्रति हैक्टेयर होती है इसके फूल अधिक गठीले होते हैं.
कब बोएं फूलगोभी की अगेती किस्में
फूलगोभी की अगेती किस्मों को जून के महीने में बो दिया जाता है लेकिन फूलगोभी की बहुत अगेती किस्मों को मई से बोना शुरू कर देते हैं क्योंकि यह किस्में अगेती किस्मों से भी जल्दी तैयार होती हैं.
कौन सी किस्म का चुनाव करें
अगर आप फूलगोभी की बहुत अगेती या अगेती किस्म को बोने का विचार बना चुके हैं तो आप इनमें से किसी किस्म को बो सकते हैं लेकिन फूलगोभी की किस्म का चुनाव करते समय यह बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि किस्म आपके क्षेत्र के अनुकूल हो और आपके क्षेत्र की जलवायु में बेहतर उत्पादन दे सके.
